Monday, July 26, 2010

एक प्‍यारा बहाना - बस यूं ही कुछ भी लिख दिया

बस यूं ही कुछ दिनों तक आपसे दूर हो गया था इसलिए 'बस यूं ही' पर आपसे मुलाकात नहीं हो पा रही थी। शादी और फिर हनीमून के बाद मैं एक बार फिर से आपसे मुखातिब हूं। वैसे हनीमून से आए हुए एक माह से ज्‍यादा का वक्‍त बीत चुका है, लेकिन ऑफिस से घर पहुंचकर कंप्‍यूटर के सामने बैठने का मन ही नहीं करता और ऑफिस में अपना ब्‍लॉग लिखना लगभग नामुमकिन है। खैर बहानेबाजी बहुत हो गई, लो जी आ गया हूं फिर से झेलो मुझे...................

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