रात के ये लम्हे कितने खूबसूरत होते हैं,
कितनी शांति ये खुद में समेटे होते हैं।
इन लम्हों में कुछ तो खास बात है,
जिन्हें आप चाहो, सिर्फ उन्हीं का साथ है।
शांत और स्थायी रात के ये लम्हे छलनी की तरह,
सारी बुराईयों और दुष्वारियों को छान लेते हैं।
इनके एक-एक कतरे में जीवन के लुत्फ भरे होते हैं
तभी तो इन लम्हों के रिश्ते भी काफी गहरे होते हैं।
रात के ये लम्हे कितने खूबसूरत होते हैं,
दिन के उजाले में जो छिपा लेते हैं चेहरे के भाव
रात होते ही उनके असली चेहरे सामने होते हैं
नकाब उतार ये लम्हे, असली चेहरे सामने रख देते हैं।
(C) दिगपाल सिंह
कितनी शांति ये खुद में समेटे होते हैं।
इन लम्हों में कुछ तो खास बात है,
जिन्हें आप चाहो, सिर्फ उन्हीं का साथ है।
शांत और स्थायी रात के ये लम्हे छलनी की तरह,
सारी बुराईयों और दुष्वारियों को छान लेते हैं।
इनके एक-एक कतरे में जीवन के लुत्फ भरे होते हैं
तभी तो इन लम्हों के रिश्ते भी काफी गहरे होते हैं।
रात के ये लम्हे कितने खूबसूरत होते हैं,
दिन के उजाले में जो छिपा लेते हैं चेहरे के भाव
रात होते ही उनके असली चेहरे सामने होते हैं
नकाब उतार ये लम्हे, असली चेहरे सामने रख देते हैं।
(C) दिगपाल सिंह
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