इश्क की क्लास में
अव्वल आने की फिराक में
जाने हम क्या-क्या कर गए
हंसी आया करती थी कभी जिन अदाओं पे
आज उन्हीं अदाओं पे मर गए।
इश्क की क्लास में
अव्वल आने की फिराक में
पर्ची बनाई कभी
कभी की इधर-उधर ताका-झांकी
अकेले हम ही फेल हुए
पास हो गई क्लास बाकी।
कभी प्यार भरी निगाह मिलाने में
कभी मीठी गोली की चाहत में
इश्क की क्लास में
मैडम को ही दिल दे दिया
उन्होंने भी नहीं समझा मेरे प्यार को
हर सब्जेक्ट में मार्क्स निल दे दिया
इश्क की क्लास में फेल हो गए
अब जाना कि पर्ची न काम आएगी
इस मैडम ने ठुकराया तो क्या हुआ
अगले साल नई मैडम आएगी।
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