Friday, June 5, 2020

मैं बुलाऊंगा तुम्हें ऐ दोस्त तुम चले आना

मैं बुलाऊंगा तुम्हें ऐ दोस्त
तुम चले आना।
खुशियां जो पीछे छूट गईं थीं,
उन्हें साथ में लाना।
अकेले तुम्हें घर में एंट्री मिलेगी नहीं,
भाभी को भी संग लाना।

मैं बुलाऊंगा तुम्हें ऐ दोस्त
तुम चले आना।
खुशियां जो पीछे छूट गईं थीं,
उन्हें साथ में लाना।
आ ही रहे हो तो एक गठरी भरकर
बचपन की यादें भी लाना।
बचपन की यादों में खो जाएंगे हम,
कुछ पुराने किस्से ले आना।

खुशियां जो पीछे छूट गईं थीं,
उन्हें साथ में लाना।
तुम आओगे तो महफिल सजेगी,
दो बियर भी ले आना।

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