कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने से ठीक पहले दिल्ली को एक और टूरिस्ट स्पॉट मिल गया। इस नए टूरिस्ट स्पॉट पर लोग अपने पूरे परिवार सहित गाड़ियों में सवार होकर आ रहे हैं। इधर से गुजरते लोगों में भी दिल्ली के इस नये-नवेले टूरिस्ट स्पॉट को देखकर खुशी और हैरत का मिश्रित भाव है। हर कोई इसे जी भर के निहार लेना चाहता है, क्या पता फिर ऐसा नजारा कब देखने को मिले! ये भी नहीं पता कि मिलेगा भी या नहीं! एक बात तो तय मानी जा रही है कि कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने से पहले ही यह टूरिस्ट स्पॉट अपनी यह सुंदरता खो देगा। अब आप कहेंगे अमा यार गज़ब के इंसान हो। सरकार कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए सुंदरता-सुंदरता चिल्ला रही है और तुम इस टूरिस्ट स्पॉट की सुंदरता तब तक खत्म होने की बात कर रहे हो। दोस्तो इस नए टूरिस्ट स्पॉट का नाम आप सब जानते हैं। लेकिन आज तक यह आपके लिए नाक-मुंह सिकोड़ने वाला भर था। जी हां यमुना नदी की ही बात कर रहा हूं। जिसके पास से गुजरते ही आप नाक बंद करके मुंह सिकोड़ते हुए निकल जाते थे और जाते-जाते इसे गंदा नाला भी कह जाते थे।
आजकल आप यमुना पर बने किसी भी पुल से गुजरिए लोग पुल के किनारे गाड़ी लगाकर इसे ऐसे देखते हैं जैसे कह रहे हों कि ‘आ तुझे आंखों में भर लूं।’ यमुना में इतना पानी है कि इसने निचले इलाकों में लोगों के घरों में भी घुसपैठ कर दी है। इस सब के बावजूद यमुना की जो सुंदरता अभी दिख रही है उसे देखते हुए लगता है कि काश! यह सुंदरता हमेशा बनी रहती। अब आपको याद होगा, सरकार पिछले कई सालों से यमुना के आसपास सौंदर्यीकरण क्यों कराना चाहती थी। लेकिन ये सरकार के बूते की बात नहीं है, ऐसा ही कुछ सोचकर इंद्रदेव ने अपने नलके खुले छोड़ दिए हैं। जितने सालों से सरकार इस इलाके की सुंदरता की बात कर रही है, अगर ऐसा कर लिया जाता तो न जाने क्या क्या हो जाता। रेहड़ी, फल, चाट, आइसक्रीम वालों से सरकार को ढ़ेर सारा राजस्व हासिल होता और किसी भ्रष्टाचारी की जेब भी गरम हो जाती। लेकिन अफसोस ऐसा नहीं हुआ, जिस यमुना को इंद्रदेव ने खूबसूरत बनाया है उसकी सुंदरता से कुछ राजस्व गरीब लोगों के पेट की आग बुझाने के काम आ रहा है जो वहां पर छोटी-छोटी चीजें बेचने के लिए आ गए हैं। अच्छा ही है गरीब का पेट भर रहा है वरना सरकार इसका सौंदर्यीकरण करती तो किसी भ्रष्टचारी की जेब भरती।
अभी आखिरी कुछ दिन बचे हैं, अगर आप अभी तक इस नए टूरिस्ट स्पॉट पर नहीं गए हैं तो तुरंत जाइए। क्या पता इंद्रदेव कब अपने नलकों पर ताला लगा दें। हो तो यह भी सकता है कि सरकार यहां पर भी एंटरटेनमेंट टैक्स लगाकर आपकी गाढ़ी कमाई और गरीब के पेट की रोटी छीनकर किसी भ्रष्टाचारी की जेब भरने लग जाए। तो जल्दी कीजिए… मिलते हैं ‘बस यूं ही’ इसी नए टूरिस्ट स्पॉट पर।
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